तस्सली
पलकों को झपका के आँसूं सुखाके,
आँखों में मुस्कराहट भरके,
बड़ी तस्सली मिलती है
एहसासों को लफ्जों में बदलके,
शेरों को पन्ने पे बिखेरके,
बड़ी तस्सली मिलती है
कमिओं के बीच थोड़ा सा बचाके,
अपनों में बांट के,
बड़ी तस्सली मिलती है
हसरतों को ख़्वाबों में सजाके,
कुछ देर पलकों में बैठा के,
बड़ी तस्सली मिलती है
किसी दुखते दिल को छूके,
उसमें थोड़ी उम्मीद भरके,
बड़ी तस्सली मिलती है
ज़रूरतों को दुआ में पिरोके,
ईमान को सीने से लगाके,
बड़ी तस्सली मिलती है
टिप्पणियाँ
आपकी यह रचना कल वृहस्पतिवार (20-06-2013) को ब्लॉग प्रसारण के "विशेष रचना कोना" पर लिंक की गई है कृपया पधारें.
https://almthaly-dammam.com
واحة الخليج لنقل العفش بمكة وجدة ورابغ والطائف
https://jeddah-moving.com
التنظيف المثالي لخدمات التنظيف ومكافحة الحشرات بجازان
https://cleaning6.com
ركن الضحى لخدمات التنظيف ومكافحة الحشرات بجازان
https://www.rokneldoha.com
الاكمل كلين لخدمات التنظيف ومكافحة الحشرات بالرياض
https://www.alakml.com
النخيل لخدمات التنظيف ومكافحة الحشرات بحائل
http://alnakheelservice.com